उसे नशीली रगड़ चूत के अंदर लगी.वो बार बार दोनों पैर उठाने लगी. XXXBF ‘ देख !! नारियल तेल की शीशी पास रखी थी. उसने पंडित को अपनी कुंडली दिखाई तो पता चला की बहुत सी गड़बड़ी है. निशा मेरे कमरे में साथ में पहने लगी.तुरंत मेरे दिमाग ने उसे अपना दोस्त मान लिया. मैंने उसको बाहों में कस लिया. मैंने अपना हाथ उसके सूट में नीचे से डाल दिया और उपर उसके मम्मों तक ले आया.निशा के मलाई के गोले ब्रा की दीवारों में कैद थे. मैंने लौड़ा निशा के ओंठों में दे दिया. लौड़े पर अच्छे से मैंने सब जगह तेल मल दिया. निशा को भी चुदास लग चुकी थी. तुम्हारी दुखी कहानी सुनकर मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ. निशा की चूत में जोर जोर से फेटने लगा. १० १५ मिनट बीते होंगे की निशा चुदासी हो गयी. मुझे उस पर कुछ जादा ही प्यार आ गया. उसकी सांसों की खुसबू मेरी साँसों में गयी.मैंने कई बार निशा की खुबसुरत आँखों में चूम लिया. फिर उसका पति आया और उसको मनाकर ले गया.















