नमस्कार दोस्तों, आपने मेरी कहानी के पिछले भाग “परिवार में चुदाई की अनोखी कहानी 1” में पढ़ा होगा कि सन्नो के भाई अमर उसकी माँ के जिस्म का ही दीवाना हो गया था, और उसकी विधवा माँ की चूत में भी बहुत खुजली होती थी चुदवाने की. XXX BF ले अब अपने लण्ड को मेरे मुँह में घुसा दे, और अपने पानी से मेरे गले को त्रप्त कर दे बेटा!”अमर तो अपनी मम्मी से ऐसे आमंत्रण को सुनकर मानो पागल ही हो गया। एक हाथ से वो मेरे मम्मे दबा रहा और और दूसरे हाथ से उसने मेरे सिर को पकड़कर अपनी तरफ़ खींचा, ऐसा करते ही उसका फ़नफ़नाता हुआ पूरा लण्ड मेरे गले तक घुस गया, और उसकी गोलियाँ मेरी थूक से भीग चुकी ठोड़ी से टकराने लगीं।अमर अपनी मम्मी के मुँह में अपने लण्ड को ताबड़तोड़ पागलों की तरह पेले जा रहा था। अपने बेटे के सामने समर्पण कर और इस तरह लाचार होकर उसके लण्ड को अपने मुँह में पिलवाने में मुझे भी बहुत मजा आ रहा था, मैंने भी अपना एक हाथ अपनी पैण्टी में घुसाकर अपनी पनिया रही चूत को सहलाना शुरु कर दिया।कुछ देर बाद अमर बोला, ”ओह, मम्मी मेरा पानी बस निकलने ही वाला है।”मेरे मुँह में अपने लण्ड को जोरों से पेलते हुए जब उसके लण्ड से वीर्य मिश्रित पानी मेरे मुँह में निकलना शुरू हुआ
शादी से पहले का वो जुनूनी पल
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