उसने फिर से बेबी को मेरी तरफ दे दिया। इस बार मैंने बेबी को पूरी तरह से हाथ में नहीं लिया। मेरा हाथ उसके मम्मों पर था और मैंने ऐसे ही रहने दिया। कुछ मिनट तक तनु ने भी कुछ नहीं कहा.. जैसे उसे अन्दर ले ही लेगी।मैं उसकी चूत को चाटता रहा.. BFSex पर वो शाम कुछ खास थी।मेरी मम्मी और बहन गंगा आरती के लिए चली गईं। घर में सिर्फ़ मैं और तनु ही थे। मैं बालकनी में आ गया और वो भी आ गई। आज वो मुझे कुछ अलग ही लग रही थी वो मुझे बड़ी ही कामुक नजर से देख रही थी। मेरा भी मन अब मचलने लगा और मैंने सोचा कि क्यों ना एक ट्राइ मार लिया जाए.. दर्द हो रहा है।पर मैं कहाँ रुकने वाला था। मैंने उसे अपना कमीज उतारने को कहा पर उसने मना कर दिया और कहा- अभी यहाँ से चले जाओ.. मैं बहुत प्यासी हूँ।पर मैं नहीं माना.. तो मैंने कहा- जाओ मम्मी के पास.. जो मेरे मजे को दुगना कर रहा था। कभी मैं उसका दायाँ निप्पल चूसता.. गालों पर किस करने लगा। वो भी पागलों की तरह सिसकारियां भर रही थी. कि कब वो आएगी। दोपहर के 2 बज गए थे.. मैं खुश हो गया। वो अपना बेबी अपनी सास के पास छोड़ कर आई थी। मुझे देख कर वो मुस्कुराई















