भारतीय विवाह की रातों का मधुर रोमांस

और एक घंटे बाद फ्लाइट पकड़ने के लिए फर्स्ट फ्लोर पर गेट न 52 पर पहुंच कर आनबोर्ड होकर अपनी सीट पर आकर बैठ गए।पूरे रास्ते भैया और मैं कपल्स की तरह कमर में गले में हाथ डाल कर चल रहे थे। हवाई जहाज अंदर बहुत ठंडा था मुझे ठंड लगने लगी तो भैया बोले जानू शाल निकाल कर ओढ लो मैंने शाल ओढ ली। ये मेरे जीवन की पहली हवाई यात्रा थी मैं विंडो वाली सीट पर बैठी भैया बगल वाली सीट पर और तीसरी सीट खाली थी. XXXBF ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.और मैंने देखा कि भैया ने तुरंत ही अपने टॉवल खोलकर एक तरफ रख दिया मैं भी कंबल से नंगी ही बाहर निकल आई और हमने साथ में लंच किया. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.पापा ने अपना लंड मेरी चूत में घुसा कर फिर से अंदर बाहर कर चोदना शुरू कर दिया मैं आ आ आह आ आआ ऊ उफ करती चुदवा रही थी पापा झड़ने वाले थे उन्होंने मेरी टांगों को मेरे कंधों पर रख कर मुझे जकड़ लिया और दबोच कर ताबड़तोड़ तरीके से चोदने लगे और अब मुझे मज़ा आने लगा था अब तक पापा लगभग 300 धक्के मार चुके थे और फिर मैं झडने वाली थी पापा को जोश दिलाते हुए.मैं: हां पापा

भारतीय विवाह की रातों का मधुर रोमांस

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