रहा.. XXXBF ताकि मैं तुझसे प्यार कर सकूँ।थोड़ी देर में छत पर मिलने का वादा करके उसने कपड़े पहन लिए, मैं लण्ड हिलाता हिलाता बाथरूम में जाकर मुठ मारने लगा। छत पर मिलने पर उसने मुझे एक पता बताया और अगले दिन वहाँ मिलने को कहा। दूसरे दिन दोपहर को मैं स्वरा के बताये हुए घर पर चला गया।वह उसकी एक सहेली का घर था जो गाँव के थोड़ा बाहर कलोनी में था। मेरे वहाँ जाते ही स्वरा ने दरवाजा खोला, वो जन्नत की परी लग रही थी। काले रंग के सूट में काफी सजी हुई थी। उसके भूरे बाल उसके आँखों के सामने आ रहे थे जो उसकी खूबसूरती को और बढ़ा रहे थे।उसने बोला- हेमंत, आज यहाँ इस घर में कोई नहीं है, हम दोनों बहुत सारी प्यार की बातें कर सकते हैं।मेरे लिए बातें करना अलग बात थी, मैं तो उसको चोदने के मूड में था।मैंने पहले पूछा- कितनी देर के लिए तेरी सहेली बाहर है?तो उसने बोला- 4-5 घंटे तक वह नहीं आने वाली है। मैंने मन ही मन में सोचा कि आज स्वरा को कम से कम 2 बार तो चोद सकता हूँ।फिर मैंने उसको बोला- कुछ ठंडा हो जाये।वह अन्दर जा कर ठंडा बनाने में लग गई तब तक मैं जो कंडोम और उसके लिए गिफ्ट लाया था उसको गाड़ी में से निकालने के लिए चला गया।















