पति से सन्तुष्ट नही है इसको मजबूत लण्ड चाहिए था लेकिन बदनामी के डर से मनमसोस कर रह रही थी.दोस्त ने उसदिन चुदाई के बाद उस से बात भी करि पर उसने दोस्त को नही बताया कि रमेश मुजे चोद गया. वो मुजे पहचान ती थी वो मुजे रोकने की कोशिश करने लगी लेकिन मैं नही रुका.और इस खींचतान मैं उसकी ब्रा फट गई उसने अंतिम धमकी दी मैं शोर मचा दूंगी मैं तब तक पेन्टी मैं उसकी गद्देदार मांसल चुत को मसलते जा रहा था. XXXBF आप ये कहानी हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है. मेरे पीछे वो थी मैंने एक और नोट पर अपना मोबाइल नंबर लिख कर रखा था जैसे ही मौका मिला भाभी को पकड़ा दिया.दोस्तो प्रज्ञा भाभी से मेरी ये तीसरी मुलाकात थी पहली मैं ही मैंउसकी अदाओं से समझ गया था कि ये अपनी चुत मुजे देगी. दोस्तो मेरा दोस्त लखन इस पर फ़िदा था वो इसको चोदना चाहता था लेकिन डरता था.उसने इस मिशन पर मुजे लगाया और भाभी चुद गयी वो जनता था कि ये चुदाई के लिए तड़प रही है. वो अब धमकी नही दे रही थी भाभी …भईया कोई ऊपर से आ जाये गा …लेकिन मैं नही माना.मैं …भाभी (अपनी पेंट से लण्ड बाहर निकालते)अब नही रुक सकता कीमत कुछ भी हो मैं अब नही रुक सकता.















