रोज रात में सांडे के तेल की मालिश करता हूँ तब ये लंड इतना लम्बा है। एक बार खाओगी तो रोज रोज मांगोगी और मेरे ही लंड से चुदवाओगी” मैंने कहा.अब मीनाक्षी और जल्दी जल्दी मेरा लंड फेटने लगी। फिर झुककर उसने मुंह में ले लिया और जल्दी जल्दी चूसने लगी। मैं उसकी बेताब छातियों से खेलने लगा। मीनाक्षी के हाथो की छुअन से मेरा लंड फूल लगा था और सारी नशे तन गयी थी। मुझे भरपूर मजा मिल रहा था। मीनाक्षी के बाल बार बार नीचे को गिर जाते थे। खुले हुए काले बालों में वो बेहद सेक्सी और हॉट माल लग रही थी।मेरे सुपाडे का रंग बिलकुल गुलाबी हो गया था। मेरे लंड के छेद में अर्जुन की बीबी जीभ बार बार लगा रही थी जिससे मुझे अजीब सी सनसनी मिल रही थी। वो बहुत आक्रामक हो गयी थी और अपने गले तक मेरे लंड को लेकर चूस रही थी। दोस्तों मीनाक्षी मेरे लंड को खा लेना चाहती थी। वो बार बार काट लेती थी। मैं तडप जाता था।मुझे मजा आ रहा था। साथ ही मैं “अई… अई… अई… अहह्ह्ह्हह… सी सी सी सी… हा हा हा…” की आवाज निकाल रहा था। अर्जुन की धंधेबाज बीवी ने 25 मिनट मेरा लंड चूसा। फिर उसने जल्दी से अपना पेटीकोट खोल कर दूर फेंक दिया। उसने अपनी चड्डी निकाल दी।“ऋषभ भैया!!















