शुभम ने मेरी चूत का पानी अपनी उंगली मे लगा मेरी गांद के छेद मे डाल उसे गीला करने लगा. मुझे पहली बार लग रहा था कि मेरी चूत भर सी गयी है.शुभम ने मेरी आँखों मे झाँका और पूछा, “मनीषा तुम ठीक तो हो ना?”मेरे मुँह से आवाज़ नही निकली, मेने सिर्फ़ गर्दन हिला कर उसे हां कहा और अपने बदन को थोड़ा हिला कर अड्जस्ट कर लिया. BF XXX शुभम ने अपने तगड़े लंड को मेरी गंद से बाहर खींचा और सिर्फ़ अपने सूपदे को अंदर रहने दिया. में अपने बदन का बोझ अपनी पीठ पर डाल अपनी चूत को और आगे की ओर कर देती और उसके धक्के का साथ देती. शुभम ने एक ज़ोर का धक्का मारा और अपना वीर्य मेरी गंद मे छोड़ दिया. हमने चार लोगो के हिसाब से कमरा बुक करवाया है. मेने सोचा कि चलो आज घर में कोई नही में भी थोड़ा आराम कर लूँगी.मेने अपने सारे कपड़े उतार दिए और नंगी हो गयी. श्वेता भी तो शुभम से चुदवाती है, तो ज़रूर मालूम होगा. मुझे याद नही कि ये आज मे 6 बार झड़ी थी या 7वी बार. हम दोनो एक दूसरे की बदन को सहला रहे थे और एक दूसरे की बदन पर साबुन मल रहे थे.मेने शुभम के लंड और उसकी गोलियों पर साबुन लगाना शुरू किया तो उसका लंड एक बार















