कभी उसकी चूत की पंखुड़ियों को अपने दांतों में भींच हलके से काट लेती. BF XXX में अपनी जीभ को नुकीली कर चाची की चूत में अंदर तक डाल देती और फिर अंदर बाहर करने लगती. उनके सांसो की गर्मी मेरे चेहरे को छू रही थी. वो भगवन से डरती थी और उसे पता था की उसने गुनाह किया है इसिलए वो भगवान से अपने गुनाह की माफ़ी माँगा करती थी. मैंने अपने हाथों से अपनी पेंटी उतार दी थी और मेरे चुत्तड़ ऊपर की और उठ गए थे. में १८ साल की हूँ और अपने चाचा चाची के साथ इस छोटे से गाँव में रहती हूँ. “चूस मेरी चूत को रंडी की औलाद चाची ने मेरे मुंह को अपनी चूत पर दबाते हुए कहा.इससे पहले की में न या कुछ और कहती मेरा मुंह उसकी चूत पे जम चूका था. वो ये ही समझते थे कि मेरी माँ और उनके सम्बन्ध के बारे में कोई नहीं जनता है.“हाँ राकेश ये सही है. जैसे जैसे उनकी जीब मेरे निप्पल पर हरकत करती मैं वैसे ही उनके सर को अपनी छाती पे दबा देती.अब उन्होंने अपनी दो ऊँगली मेरे चूत में डाल दी थी. में पसीने से लथ पथ हो चुकी थी और मेरा सर चकरा रहा था.















