मैं भी उनके साथ हो ली और गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी। पुरे कमरे से सेक्सी आवाज आ रही थी। आज मुझे किसी मर्द से पाला पड़ा था मेरे चूत में अंदर तक भाई साहब का लौड़ा जा रहा था। उन्होंने कामसूत्र के करीब 10 तरीके अपनाएं मुझे चोदने के लिए। फिर उन्होंने मेरी गांड मारी आज तक मैं कभी गांड में लौड़ा नहीं घुसाई थी पर आज ये भी हसरत मेरी पूरी हो गई थी।शाम के करीब 7 बजे तक दो बार चुदाई कर चुके थे। फिर वो होटल से बहार जाकर अपने से कामशक्ति का टेबलेट लाये। शाम को फिर हम दोनों ने शराब पि और फिर चुदाई की। रात में टेबलेट खा खा कर करीब 6 बार मुझे चोदे। पर दोस्तों दूसरे दिन सुबह हम दोनों से उठा नहीं जा रहा था। होटल से एक बजे निकले और फिर घर गए। दोस्तों पहली बार मेरी वासना शांत हुई थी भाई साहब के साथ। अब मैं अलग अलग बहाने कर के अपनी शरीर की आग को बुझाऊँगी।अपने दोस्तों के साथ शेयर करे- मेरी चूचियां बड़ी बड़ी थी और भी टाइट हो गई थी।निप्पल मेरे खड़े हो गए थे। मेरा रोम रोम सिहर रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे मेरे अंदर वासना की आग लग गई थी। मुझे ऐसा लग रहा था की मेरे शरीर में जितने भी छेद















