मैं जब छोटी थी तभी मैंने अपने कई सारे दोस्तों से सुनी की, चूचियां दबबाने में बहूत मजा आता है, कई लड़कियां अपने पड़ोस के लड़के से अपनी चूचियां दब्बाती थी, मेरा भी मन करता था पर परिवार बाले के डर से ये कदम कभी नहीं उठाई.फिर नॉएडा आ गई थी, यहाँ टीवी पर किस करते हुए या तो सुहागरात मानते हुए देखती थी तभी से मेरी चूत में पानी आ जाती थी, धीरे धीरे मेरी तड़प बढ़ने लगी. फिर भैया ऊपर आये और मेरे चूच को पिने लगे मेरे मुह से सिर्फ आह आह आह आह आह आ ऊ ऊ ऊ ओ उफ़ उफ़ की आवाज निकल रही थी.उसके बाद फिर वो निचे गए, और अपना मोटा लंड निकाल कर मेरे चूत के बिच में रख दिए, और अन्दर घुसाने लगे, मुझे काफी दर्द हो रहा था बर्दस्थ नहीं कर पा रही थी मोटा लंड, आज तक मैं कभी चूदी नहीं थी. XXX Hindi Kamuk Bahan Ki Garmiमैं वासना की आग में बहूत दिनों से जल रही थी, मेरी चूत की गर्मी शांत नहीं हो रही थी, मुझे लंड चाहिए था, और आखिरकार, मुझे शांत किया मेरा अपने सगे भाई ने. पूरी रात हम दोनों ने चुदाई की. मैंने कहा भैया धीरे धीरे, उन्होंने कुछ भी नहीं सूना, और फिर से लंड को चूत पर लगा कर जोर से धक्का मारा और उनका















