ऐसा हो जाता है जब किसी की याद आती है तो.”रात को मैंने अशोक के साथ अंगूर वाला किस किया. BFSex अगले दिन दोपहर को माधुरी मेरे घर पर थी और हम दोनों पलंग में एक साथ सो रही थी. इसका इलाज है पहले एक दूजे के होंठ को अपने होंठ से सिर्फ छूना और धीरे धीरे सहलाना. इसे नशा कहते हैं सेक्स का.”मैं मन ही मन माधुरी का बार बार शुक्रिया कर रही थी जिसने मुझे और अशोक को एक नयी सेक्स की जिंदगी दी थी.माधुरी ने कहा “भाभी, कल मैं और अलग अलग तरीके बतलाऊंगी चुम्बनों के. ओके रेडी.”मैं मुस्कुराई और शर्मा गई. अशोक ने भी मुझे और माधुरी को बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया.हम तीनों ने इस के बाद फव्वारा बंद कर दिया. करीब आधे घंटे के बाद अशोक मुझे अपनी बाहों में भरकर पलंग में लेट गए और मेरी गर्दन के नीचे और खुले हुए सीने को काफी देर तक चूमते रहे.मुझे बहुत अच्छा लगा मगर मैं पता नहीं क्यूँ अशोक को चूम नहीं पाई और खुद को ही चुमवाती रही.















