मैं इतनी गरम हो उठी थी कि मुझ से अपने आप को कंट्रोल करना मुश्किल ही नहीं नामुकिन था मस्ती, मेरे मुंह से निकला है जी आप ने तो मुझे पागल कर दिया ही, कृपया जल्दी से कुछ करो नहीं तो मर जाऊंगी।कितना चाटेंगे रात से ऐसे चाट रहे ही जैसे वहा रसमलाई रखी हो.पापा ; मेरी जान मेरा तो दिल करता ही बस दिन रात चाटता रहूं तुम्हारी चूत एक दम रसमलाई है कितना रस छोड़ती है मीठा मीठा।मैं ; बस कीजिए ना.मेरे इतना बोलते ही पापा ने मेरा हाथ पकड़ा और फिर मेरे हाथ को अपने लंड पर रख दिया जो पैंट में तंबू की तरह खड़ा था। मैं बिना पल गवाये मैं नीचे घुटनो के बाल बैठ गई और जल्दी जल्दी पापा की पैंट खोलने लगी और कुछ ही पलों मैं मेने उनकी पैंट खोल दी जिसे पापा ने अपने टांगे उठा कर बाहर कर फेंक दि.और अब पापा का अंडरवियर में तना हुआ लौड़ा बिल्कुल मेरी आंखो के सामने मेरे मुंह के करीब था. BF XXX इसी तरह हंसी मजाक में कब रात हो गई पता ही नहीं चला रात को सोने से पहले दूध गरम किया और अपनी दोनों बेटियों को दिया और पापा से बोली, आप के लिए भी दूध ला दू और फिर बाद में पापा मेरी चुचियों की और देख कर बोले जानू मुझे ये दूध
गरम कॉलेज लड़कियों की मीठी चूत हिंदी में
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