लंड मत चुस्वाओ प्लीस!!” गुड़िया कहने लगी.“रंडी!! जीजा!! BFSex तेरी चूत कितनी गर्म है रे!! आराम से मेरी चूत चटिये!! और जल्दी जल्दी मेरा लौड़ा फेट!! और जल्दी जल्दी मेरा लौड़ा फेट!! दर्द होता है। धीरे धीरे चूसो” वो कहती थी। पर मैं कहाँ सुनने वाला था।मैं 20 मिनट तक उसके दोनों बूब्स को हाथ से दबा दबाकर और बड़ा कर दिया और मुंह में लेकर सब रस चूस गया। अब मैं आकर उसके पेट चूमने लगा। कुछ देर बाद मैंने मेन काम शुरू कर दिया और उसकी चूत में अपना 10” लंड डालने लगा। थोड़ी मेहनत के बाद लंड अंदर घुस गया और मैंने चुदाई शुरू कर दी। गुड़िया सु सु करने लगी।मैं काम लगाना शुरू कर दिया और पट पट करके चोदने लगा। गुड़िया चुदने लगी और दोनों हाथो से मेरी कमर को पकड़कर अपनी चूत में दबाने लगी। ““ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ फाड़ो जीजा!! अगर अंडा भी तेरी चूत पर रख दूँ तो वो भी कुछ देर में उबल जाए” मैंने बोला.फिर चूत को घिसने लगा। गुड़िया “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह…अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…आह जीजा जी आह आह” करने लगी। मैं रुका नही और चूत को घिसता ही रहा। वैसे भी आज का दिन काफी ठंडा था इसलिए गुड़िया की गर्म चूत मुझे सुकून दे रही थी।मैंने चड्डी के उपर से खूब देर तक उसकी चूत को रगड़ा। गुड़िया की माँ चुद गयी। “जीजा















