मेरे सामने तो किसी सती सावित्री की तरह साड़ी पहनकर रहती है… और मेरे जाने के बाद पराये मर्दों से चुदवाती है। तो आज मैं तेरे लंड की भूख को मिटा देता हूँ!!” ससुर बोले.और उन्होंने मेरे दोनों गालो को चाटें मार मारकर लाल कर लिया और मेरे बाल पकड़कर मुझे किसी कैदी की तरह खीचते हुए उसी बेडरूम में ले आये जहाँ पर अपने आशिक सोनू के साथ रास रचा रही थी। ससुर ने मुझे बिस्तर पर पटक दिया और मेरी पेंटी निकाल दी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.अपने सारे कपड़े निकालकर फुल नंगे हो गये। उन्होंने अपने लौड़े पर ढेर सारा तेल लगा लिया और मेरे पैर खोलकर मेरी चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी हौंक हौंक कर चोदने लगे। मेरे ससुर मुझे जल्दी जल्दी पेलने लगा। मुझे कूट कूटकर वो चोदने लगे।जैसा मेरी चूत पर कपड़े धो रहे हो। ससुर के झटके मुझे बड़े मीठे लग रहे थे। वो तो मेरे स्वर्गवासी पति और मेरे बॉयफ्रेंड सोनू से भी तेज तेज मुझे ले रहे थे। खा पी रहे थे। वो मुझे खट खट करके चोदने लगे, मुझे लगा की मैं परमात्मा तक पहुच रही हूँ।गुस्सैल ससुर में सच में बहुत ताकत और उर्जा थी। इतनी जोर जोर से तो मेरा स्वर्गवासी पति प्रशांत भी मुझे नही चोद खा पाता था। मुझे पेलते















