ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.अगर वह बिचक गयी तो सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. आज वह पूरी तृप्त थी, आख़िर उसने अपनी इस पड़ोसन को फँसा कर उसे मन चाहे वैसा भोग लिया था. XXXBF “ठीक है मंजेश बेटे, मैं देखती हूँ. चुंबन खतम होने पर प्रिया धीरे धीरे कुसुम के कपड़े उतारने लगी. फिर घूम कर उसने कुसुम को बाहों मे भर लिया और उसका एक दीर्घ चुंबन लिया. धड़कते दिल से कुसुम प्रिया के पीछे पीछे गयी. उसने इतने धीरे धीरे और कुसुम को तरसा तरसा कर अपने कपड़े निकाले कि कोई प्रोफेशनल स्ट्रीप टीज़ डाँसर भी क्या निकालती.पहले उसने अपनी साड़ी निकाली और ठीक से फोल्ड की. एक बार इस सुख को चखने के बाद मैं तुमसे अलग नही रह पाऊँगी. क्या गंदे विचार आ रहे हैं मन मे! हर तरह के तरीके उसने बताए और कुसुम से करवा लिए. उसके स्वर मे अब थोड़ा उत्साह था “आज ही जाती हूँ, सच मे तुम चलोगि प्रिया? मेरी जान, अब ज़रा गोल गोल घूम, फैशन माडल की तरह और मुझे अपना पूरा बदन दिखा. साथ ही खुद उसे साड़ी पहना दी और एक दो बार प्रॅक्टीस भी करवाई. अब कप का साइज़ लेंगे” उसने टेप अब कुसुम की ब्रा की नोक पर से लपेटा और मूह बना दिया.










