और जोर से !!” नर्स चिल्लाने लगी.“टेक इट बिच!!” मैंने कहा और जोर जोर से उसे चोदने लगा। मुझे तो जैसे जन्नत का सुख मिलने लगा दोस्तों। उधर मेरी माँ अपना ग्लूकोस चढ़वा रही थी। इधर मैं नर्स हो चोद रहा था। मैंने नर्स के दूध में मुँह में दबोच लिया और उसके बड़े बड़े दूध को काटते काटते उसे चोदने लगा।उसे बहुत तेज लग रही थी पर फिर भी वो रंडी कोई शिकायत नही कर रही थी। उसकी चूत में मुझे बहुत कसावट मिल रही थी। मैं उसे उसे चोदने में डूबा हुआ था। अचानक मैंने उसकी काली निपल को दांत से जोर से काट लिया। नर्स को जोर का दर्द हुआ और छोड़ने के लिए कहने लगी, पर मैं उसे नही छोड़ा और पकापक उसे पेलता ही रहा।हम दोनों सातवे आसमान में उड़ रहे थे। चुदासी नर्स की खुसबू मेरी नाक में जा रही थी। मैं उसे अपनी गर्लफ्रेंड की तरह चोद रहा था जैसे वो मेरा पर्सनल माल हो। उसकी चूत और पसीने की भीनी भीनी खुसबू मेरी नाक में जा रही थी। मैंने उसका पहला दूध छोड़ दिया और दूसरा मम्मा मुँह में भर लिया।अपने तेज पैने दांतों से मैं उसकी बड़ी बड़ी चुच्ची पीते पीते उसे ठोंकने लगा।हम दोनों का चेहरा चुदाई के कारण बेहद लाल हो गया था। हम दोनों मर्द और औरत का दिल जोर















