में उसके ऊपर ही गिर गया. लगभग 1 घंटा लगातार उसने चोदा.. BF XXX पर कब तक मैं अपनी खेर मानती राजू मेरे उपर चढ़ गया और अपने हाथ से अपने लंड का टोपा मेरी चूत पर रखा और बोला बोल पेल दू तुमको …मैं: नही प्ल्ज़्ज़ नही मेरी छोटी इस चूत मे नही जाएगा..प्ल्ज़्ज़ मत चोदना मत.राजू स्माइल कर के मेरे कान के पास आया और बोला फिर से माना करो.मैं: प्ल्ज़्ज़ मत पेलना प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.एकदम से राजू ने अपना टोपा मेरी चूत मे डाल दिया मैं आआआअहहहहहहह… अअअअअहहहहहहहहहह.. सच बोलू तो मुझे भी अपनी सुदरता पर बहुत नाज़ था. मैंने आँखे बंद की और बदन ढीला किया राजू मेरी सिसकियो को पूरा एंजाय कर रहा था फिर में उसकी चूत में लंड को अंदर बाहर करने लगा..उसका दर्द भी कुछ कम हो रहा था और उसको भी मज़ा आने लगा. सच बोलू तो मुझे भी अपनी सुदरता पर बहुत नाज़ था. पर ये ग़लतफहमी भी अगले जोर से धक्के से दूर हो गयी राजू मुझे पेल ही नही रहा था बल्कि दर्द दे रहा था. रोज खिडकी से देखता हूँ साली के बदन को। आज इसी बिस्तर पे अपनी रसीली चूत हमे भी चटा दे” राजू बडी बेशर्मी से बोला।मेरी की आँखो से आँसू बह निकले। मैं चिल्लाने लगी “बचाओ, बचाओ.”राजू: हाँ हाँ चिल्ला बेटीचोदवाली, देखते है तेरी चूत बचाने कौन आता है















