आह अहह आह्ह्ह उम्म्म उनहू उनहू … आराम से आह्ह्ह … करके चीखने लगी। उनकी मम्मो को 30 मिनटों तक पीने के बाद मैंने अपने हाथ को उनकी पैंटी पर फेरने लगा।जिससे आंटी और भी ज्यादा कामातुर होने लगी और अपने हाथो से अपने मम्मो को दबाने लगी। मैंने उनकी पैंटी को चाटते हुए उनके पैंटी को निकाल दिया और उनकी कमसिन और मलाई की तरह मुलायम चूत को अपने उंगलियो से फैला कर सहलाने लगा।जिससे आंटी सिसकने लगी¸ मैंने उनकी चूत को फैलाते हुए अपने उंगलियो से उनकी चूत की लाल और लटकती हुई दाने को रगड़ते हुए अंदर डालने लगा, धीरे धीरे मै अपनी उंगलियो को तेजी से और फैलाते हुए डालने लगा। जिससे आंटी सहल जाती और जोर जोर से … अहह आह्ह्ह ह्ह्ह उनहू उनहू .. XXX BF मम्मी मम्मी .. अब मेरी कम से कम तुम मेरी चुदाई तो करते जाओ। जब उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा तो मेरी तो मेरी सांसे ही रुक गई थी.लेकिन जब उन्होंने कहा – “मेरी चुदाई कर दो मै बहुत चुदासी हो गई हूँ तो मेरे मन में तो लड्डू फूटने लगा था”। मै उनके बगल बैठ गया और उनके हाथो को पकड कर चूमने लगा। मैंने उनसे कहा – “आप जाग रही थी, तो उठी क्यों नही??तो उन्होंने कहा – “अगर मै पहले उठ जाती तो तुम चले जाते और मेरा भी मन















