या खुदा कितना मोटा लंड था बड़ा भी मगर उसे देख के मुझे जाने क्या हुआ मैने उसे साथ से मुँह मे ले लिया और चूसने लगी.. XXXBF अब तो आदत से हो गई थी.. ये सोच के मैं मन ही मन मुस्कुराने लगी.. अंकल से लिपटी पड़ी हुई थी और अंकल उनकी चुदाई कर रहे थे..यह खुदा ये मैं क्या देख रही हूँ… अम्मी तो इनको अपना भाई कहती थी फिर ये सब क्या है.. मैने कोई ग़लत काम नही किया है.. उसके साथ ही किचन लगा हुआ है और बीच मे आँगन है.. मैं आप लोगों को बता दूं मैं एक नॉर्मल लड़की हूँ मेरी हाइट 5’5” है और मेरा फिग साइज़ 34”27”32” है.. शकील अंकल की थी शकील अंकल मेरे अब्बू के दोस्त है और अक्सर घर आते रहेते थे.. और मैं अब पुरानी हो चुकी थी.. वो एक फार्म हाउस था.. मेरी चुचियों का बुरा हाल कर दिया था..वो उनको चूस रहा था. मैं काफ़ी खुश थी और अम्मी को दुआएँ दे रही थी.. ये ईज़ी मनी है.. मेरे अब्बू का एन्तेकाल कुच्छ सालों पहले हो गया था.. मैं तड़प सी गई थी क्यो कि आज मेरी चुचियों को किसी मर्द का पहली बार हाथ लगा था..मेरा दिल ज़ोरों से धड़कने लगा था..















