लव यू!!” वो बोले जा रहा था। इधर मैं “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी… हा हा हा.. XXX BF .ऊँ…ऊँ…चूस और चूस मिशा बेटी!!” वो बोला.मैं उसके लंड को मुठ देने लगी और मुंह में लेकर चूसने लगी। उसकी गोलियां अब सेक्स करने के उपरान्त ढीली हो गयी थी। मैं उसकी गोलियों से भी खेलने लगी थी। उसके पेट पर मैं किस करने लगी। कुछ देर मस्ती करती रही। फिर मोहन नौकर ने मुझे कुतिया बनाकर मेरी गांड चोद डाली। फ्रेंड्स अब तो कई महीने हो गये है। हम दोनों के नाजायज चुदाई वाले रिश्ते के बारे में घर में अभी तक कोई नही जानता है। जब घर में कोई नही होता है मोहन के कमरे में जाकर चुदवा लेती हूँ।अपने दोस्तों के साथ शेयर करे- हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..”करने लगी।मोहन मेरे मक्खन को चाट चाटकर पीने लगा। मैंने भी उसे मना नही किया। पूरी तरह से चुसवा रही थी। नौकर की जीभ अपना कमाल दिखा रही थी। वो मेरी चुद्दी के रोम रोम को पी रहा था और घी समझकर चाट रहा था। मुझे अत्यधिक मजा मिलने लगा।मैं अपने पेट को उपर उठाने लगी। अपनी कमर और चूत भी जोश में आकर उठा रही थी। मेरी आहे अब बहुत तेज हो गयी थी। मोहन तो चाटता ही चला गया। मैं फिर से झड़ने वाली हो गयी। उसी वक्त उसने अपने निकर को जल्दबाजी















