भारत की गर्मी में घुटनों के बल बैठकर सौतेले भाई के उभरते हुए लिंग को निगलती हुई

मेरा लंड आराम से उनकी चूत में समा गया फिर वो मेरे ऊपर लेट गयी, और गांड उठा उठा के धक्का देने लगी, मैं चुपचाप था माँ ने फिर अपने चूच को पकड़ के दबाने लगी.फिर उन्होंने मेरा दोनों हाथ पकड़ के अपने दोनों चूच के ऊपर रख दी मैं धीरे धीरे दबाने लगा पर उनको गुस्सा आ रहा था वो इस इस इस बोली जोर से दबा. BFSex मेरे पिताजी की मृत्यु हो चुकी है और मैं माँ का एकलौता संतान हु. फिर करीब पांच मिनट बाद माँ ने मेरा लंड पकड़ कर पीछे से ही अपने चूत के पास रख के पीछे धीरे धीरे दबाने लगी, माँ का चूत पूरी तरह से गीला था, लग रहा था कुछ लुब्रीकेंट लगाई थी, पर वो लुब्रीकेंट नहीं था वो चूत का ही लसलसिला पानी था.माँ ने मेरे लंड को पूरी तरह से अंदर कर की और एक मिनट तक शांत रही, पर मैं महसूस कर रहा था वो तकिये को कस के पकड़ राखी थी, और सेक्सी आवाज़ निकाल रही थी अचानक माँ ने धक्का देना सुरु कर दिया, फिर वो ओह्ह्ह्ह करके चूत से लंड निकाल ली.फिर वो बैठ गयी और नाईटी पूरी तरह से खोल दी माँ रात को ब्रा नहीं पहनती थी, स्ट्रीट लाइट जलने की वजह से हल्का हल्का रौशनी आ रहा था जिससे उसकी जिस्म को मैं देख

भारत की गर्मी में घुटनों के बल बैठकर सौतेले भाई के उभरते हुए लिंग को निगलती हुई

Related videos