सी…सी…फिर भैया ने अपनी जीभ से बुर को चाटा जैसे छोटे बच्चे आइसक्रीम को चाहते हैं और फिर बुर के ऊपर गोल-गोल जीभ को चलाया मैं एकदम गनगना गई फिर भैया ने उसके होंठों को खोलकर अपनी जीभ को नुकीली करके उसके अंदर डाल दिया और अंदर बाहर करने लगे जब उनकी जीभ मेरी बुर के होठों के अंदर गली की सिलवटों से रगड़ खाती थी मुझे बहुत तेज गुदगुदी लग रही थी.उर्मि: इस्स…उम्म …उह्…उई… आह.. XXXBF आ… आआ…आह… उई मां सी….सीई….. उफ़ मैं मर गई रे…. सी……सी….अ..आ… या. आपका लंड बहुत मोटा और लम्बा है मेरे पति के लंड से दोगुना है इस्स्स …उम्म …उह्…उई… आह.. सी……सी….अ..आ… भैया.गोपी: बस जानूबस हो गया देखो तुमने अपने भैया का पूरा लंड अपने अंदर ले लिया तुमने आज मुझे खुश कर दिया है मुझे बहुत मजा आ रहा है आ…उम्म … आह सी सी पुच्च पुच्च आई लव यू जान.इसके बाद 65-70 धक्कों में दोनों एक साथ छूट गए गोपी तब तक चोदता रहा जब तक कि उर्मि को तीन और चरम सुख नहीं मिल गए गोपी ने गरम गरम वीर्य का फौवारा उर्मि की बच्चेदानी में छोड़ दिया और उर्मि को महसूस हुआ जैसे कामसुख की कामना करती उसकी कोख में अमृत की बरसात हुई है.जैसे ही उसने अपने भाई के वीर्य को अपनी योनि की दीवारों पर महसूस किया, उर्मि को तृप्ति का















