मैं निशा के रूप को निहार निहार के उसको पेल रहा था. वो किसी घुड़सवार की तरह मेरे लौड़े की सवारी करने लगी. BFSex मैंने उसके मम्मे का सारा रस पी लिया. उसने ब्रा पहन रखी थी. मैंने निशा के भोसड़े पर लौड़ा रखा और जरा था धक्का दिया तो लौड़ा अंदर चला गया.मैं उसको उस पार्क की घनी घनी झाटों में चोदने लगा. हेलो दोस्तों, मेरा नाम शिवांश है, मेरी गाँव में एक लड़की थी जिसका नाम निशा था. मैंने निशा की कमर पर दोनों तरह से अपने हाथ रख दिए. मैंने निशा की बुर का खूब जीभरके भोग लगाया. मैंने उसके मम्मे का सारा रस पी लिया. मैं निशा पर पूर्णरुपेड लेट गया. कुछ देर तक तो हम हीर रांझा की तरह गले लगे रहें, फिर मैंने उसको घास पर लिटा था. मैं नीचे बढ़ा और उसकी नाभि को चुम्मी ले ली. मेरे फट फट करके धक्के जो मैं मार रहा था, उससे निशा के बदन में एक कम्पन पैदा हो रहा था.जिससे उसके दूध जल्दी जल्दी हिलते थे. ये खेल बड़ी देर चला. कुछ देर तक मैं उसके दूसरे मम्मे का दूध पीता रहा.फिर मैंने उसके पतले सपाट पेट को अपने हाथ से सहलाया और चूम लिया. मैं जानता था.















