भारत की सवारी करते हुए जोनासी

अब में वहां पर पहुंचकर अंदर सोफे पर जाकर बैठ गई. वो मेरी चूत को फैल फैलाकर लगातार कुत्ते की तरह चाट रहा था और में ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी उह्ह्ह्हह्ह आईईईईइ मनीष प्लीज अब मुझे छोड़ दो, प्लीज मेरे साथ ऐसा मत करो ऊईईईईईई माँ छोड़ दो मुझे, लेकिन उसने मेरी एक बात भी नहीं सुनी. XXX Hindi में उसकी इस अचानक हुई हरकत से थोड़ी सी हिचकिचाई और बहुत धीरे से बोली कि फिर तुम्हे क्या चाहिए? मेरे पति का नाम देव है और में उनके साथ अपनी प्यार भरी जिन्दगी में बहुत खुश हूँ. वो मेरी चूत को फैल फैलाकर लगातार कुत्ते की तरह चाट रहा था और में ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी उह्ह्ह्हह्ह आईईईईइ मनीष प्लीज अब मुझे छोड़ दो, प्लीज मेरे साथ ऐसा मत करो ऊईईईईईई माँ छोड़ दो मुझे, लेकिन उसने मेरी एक बात भी नहीं सुनी. में भी जींस, टी-शर्ट पहनना ज़्यादा पसंद करती हूँ और देव को भी यह सब बहुत पसंद है.दोस्तों यह मेरी शादी के करीब एक साल बाद की बात है तब रोड बनाने के एक सरकारी ठेके की बात हमारे सामने आई. में उससे बहुत डरने लगी और फिर थोड़ी हिम्मत करके मैंने उससे कहा कि वो बात अलग है क्योंकि मनीष तब मेरी शादी भी नहीं हुई थी.तभी उसने बहुत प्यार से आग्रह करते हुए

भारत की सवारी करते हुए जोनासी

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