प्लीज इसको जल्दी बाहर निकालो वरना में मर ही जाउंगी थोड़ा जल्दी करो। फिर मैंने अपनी एक ऊँगली को उनकी चूत में डालकर उस बर्फ के टुकड़े को चूत से बाहर निकाल ही रहा था, तभी ना जाने क्या सोचकर वो मुझसे बोली कि नहीं रहने दो उसको अंदर ही अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।फिर मैंने उस बर्फ के टुकड़े को चूत के अंदर ही रहने दिया और अब में उसकी चूत को चाटने लगा और कुछ ही सेकिंड में वो बर्फ का टुकड़ा चूत की गरमी से पिघल रहा था, जिसकी वजह से अब उस बर्फ का पानी और उनकी चूत का पानी मिलकर उस छेद से बाहर आ रहा था और जिसको में बड़े ही मज़े से चाट रहा था।उसकी चूत का वो खट्टा और ठंडा पानी बड़े ही मज़े का था और आंटी ज़ोर ज़ोर से चीख और चिल्ला रही थी उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह हाँ मादरचोद आज तू मेरी पूरी चूत को खा जा आईईईइ हाँ तू आज अपनी आंटी की चूत को पूरा का पूरा चूस ले, चोद दे इसको, अपनी जीभ को डाल दे पूरा अंदर हाँ और अंदर जाने दे।फिर मैंने ज़ोर ज़ोर से चूत को चाटना और चूसना शुरू कर दिया, उसकी तरसती हुई चूत को अपने दांतों से हल्के से काटने लगा जिसकी वजह से आंटी कि आवाज़ भी तेज़ हो रही थी और













