मेरी सारी मस्ती काफूर हो गयी।दर्द से दोहरी होती मैने उससे हाथ जोड़े, “प्लीज छोड़ दो, मुझे ये पता न था कि मुझे इतना दर्द होने वाला है। अगर करना ही है तो कोई ऐसे तरीके से करो कि मेरी चूत फट न जाए। मैं मर जाउंगी, प्लीज.” लेकिन उसके उपर कोई असर न पड़ा। उल्टा उसने मेरे होंटों पर अपने गर्म होट रख दिये और जोर जोर से धक्के मारने लगा। उसका नौ इंच का लंबा और पांच इंच मोटा लण्ड चूत को फाड़ता हुआ हर झट्के के साथ अंदर जा रहा था। और मैने अपनी आंखें मून्द कर दान्त भींच लिये। जिससे कि दर्द को बर्दाश्त कर सकूं। वो मस्त होकर स्पीड पकड़ रहा था। दनादन और फचाफ्च, आह्ह्। उह्ह्ह!! XXXBF कमीने, चूसो मेरी चूत, आह ले पी ले रसमलाई, और मेरे चूत से निकलता लिजलिजा रस, उसके मुह में जाकर उसे स्वाद दे रहा था।उसकी आंखों की बढती चमक मुझे यह अहसास करा रही थी। और अचानक से बहुत देर से रोकी हुई पेशाब मुझे भी सताने लगी। मैने कहा “मुकेश मुझे मूतना है”, तो बोला, साली पहले मूत पिया तो क्या जरुरी है कि मुझे भी पिलाएगी?” इससे पहले कि वो आंखें लाल पीली करता, मैने उसके मुह में मूतना शुरु कर दिया।उसने जीभ से मेरे चूत के अंदर कोंच कर धार को कम करने का प्रयास किया और















