हमें जब जैसे भी मौका मिलता तो हम एक दूसरे का पानी बाहर निकालकर हमारे गरम बदन को ठंडा किया करते और हमे यह सभी करने में बहुत मज़ा आने लगा था.और उस पहली चुदाई के बाद उसने मुझे कभी भी किसी भी काम के लिए मना नहीं किया और मैंने उस बात का फायदा उठाकर उसकी चूत की बहुत जमकर चुदाई के मज़े लिए और कुछ दिन लगातार सुबह शाम चुदाई करने के बाद मैंने एक दिन उसकी चूत को बहुत ध्यान से देखा.दोस्तों अब उसकी चूत बिल्कुल बदल चुकी थी, चूत का रंग, आकार और उसकी सुंदरता अब पहले से भी ज्यादा अच्छी हो चुकी थी, मेरा मतलब अब मैंने उसकी चूत को चोद चोदकर भोसड़ा बना दिया था और ठीक वैसा ही हाल उसके शरीर के सभी अंगो का था, वो पहले कच्ची कली थी, लेकिन अब वो खिला हुआ फुल बन चुकी थी. XXX BF फिर मैंने उससे कहा कि हाँ वो बेल्ट तुम्हें चुभ रहा होगा, तो उसने बैठे बैठे ही बिना कुछ बोले अपना एक हाथ नीचे डाल और उसने मेरे खड़े लंड को बेल्ट समझकर पकड़ लिया और कुछ देर उसको महसूस करने के बाद वो मुझसे बहुत चकित होकर बोली, यह क्या है?मैंने उससे कह दिया कि यह मेरा लंड है और तभी वो अपने हाथ से लंड को दबाते हुए मुझसे बोली कि यह इतना















