तब में मन ही मन बहुत खुश होकर उनके करीब सरकते हुए शरमाकर उनसे बोला कि कुसुम दीदी मुझे ऐसा करने में बड़ी शरम आती है।दोस्तों मेरे मन में यह काम करने की बहुत इच्छा थी और में भी यही सब करना चाहता था, उसके लिए सही मौका देख रहा था, लेकिन में थोड़ा सा डरता भी था और उसी के साथ में वो सबसे अच्छा मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता था, में बस उनको दिखाने ले लिए थोड़ा सा नाटक कर रहा था।तभी वो मुझसे कहने लगी कि इसके अलावा हमारे पास कोई रास्ता भी नहीं है, अगर तुम ऐसा नहीं करोगे तो रात भर में दर्द की वजह से बड़ी परेशान रहूंगी और में इस दर्द की वजह से ठीक तरह से रात भर सो भी नहीं सकूँगी और यह बात कहकर उसने मुझे ज़बरदस्ती अपनी तरफ खींच लिया.और उसने अपने एक बूब्स को हाथों से पकड़कर मेरे मुहं में जबरदस्ती दे दिया और में तो पहले से ही बस इस मौके की तलाश में था और में उसके एक बूब्स को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा। फिर दूसरे बूब्स को अपने हाथ से दबा रहा था और यह हरकत करीब मैंने दस मिनट तक की और मेरी इस हरकत से इधर कुसुम दीदी के मुहं से उउफ्फ आईईईईईईई की आवाज़े निकलने लगी.उधर मेरा लंड तनकर















