पर दीदी आह आह आह कर रही थी. उसके बाद तो दोस्तों चार दिन तक मैंने रात रात भर दीदी को खूब चोदा, अब तो दिल्ली आ गया हु, पर मुझे अपनी दीदी से मिलने का मन कर रहा है, अब जल्दी ही झाँसी जाऊंगा, क्यों की मैं शायद चूत के वगैर नहीं रह पाउँगा.अपने दोस्तों के साथ शेयर करे- मुझे वो गर्मी का एहसास हुआ, दीदी की चूत काफी गीली हो चुकी थी, फिर मैंने एक जोर से झटका मारा, दीदी पूरी हिल गई. BFSex रात को दस बजे तक तो कुछ भी नहीं हूआ, खाना खाकर मैंने ऊपर बाले कमरे में सोने चला गया.मेहमान लोग जो थे वो सब निचे ही खाना खा रहे थे और सो रहे थे. मैं बस करवट बदल रहा था. रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे, मेरे कमरे का दरवजा खुल मैंने देखा तो दीदी थी.अंदर आते ही वो दरवाजा लगा दी. दोस्तों उसके बाद दीदी पसीने पसीने हो गई. रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे, मेरे कमरे का दरवजा खुल मैंने देखा तो दीदी थी.अंदर आते ही वो दरवाजा लगा दी. तो दीदी बोली नहीं नहीं और जोर जोर से चोदो मुझे.मैं तो इसलिए कर रही हु, की मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था, मुझे खूब चोदो, रुको मत. रात के करीब साढ़े ग्यारह बजे, मेरे कमरे का दरवजा खुल मैंने देखा तो















