भड़कीले इंडिया समर का वाइटज़िला से रूबरू होना और उसके साथ मज़ेदार मुलाकात

तुम्हें भरोसा नहीं है तो तुम्हारी कॉपी में तुम्हारे सामने खोल कर चेक कर लेता हूं।”इतने पर वह बोली “नहीं सर मेरा कहने का मतलब यह नहीं है मैं अगली बार से ध्यान से पढ़ाई करुंगी।”मैं: “मुझे लगता है कि तुम्हारे घर पर मुझे फोन कर देना चाहिए”शैलेजा: “नहीं सर प्लीज ऐसा मत करिए”मैं: क्यों? XXX BF इस तरीके से तुम फेल हो जाओगीशैलेजा: नहीं सर, मैं पूरी मेहनत करूंगी अब से ऐसा कुछ नहीं होगामैंने सिर्फ दिखावे के लिए अपना फोन निकाला और उसके पिताजी का नंबर डायल करने लगा, शैलेजा रोने लगी और बोलने लगी “सर प्लीज मेरे घर फोन मत कीजिए, मेरे पापा बहुत मारेंगे, प्लीज सर मान जाइए, अब से मैं मन लगाकर पढ़ाई करुंगी”मैंने उसे पर रहम दिखाते हुए मोबाइल किनारे रख दिया और बोला शैलेजा देखो पढ़ाई तो तुमको करना पड़ेगा और मैं तुम्हारी मदद भी कर सकता हूं मैं तुम्हें बायोलॉजी अच्छे से समझा सकता हूं साथ ही मैं तुम्हारे नंबर भी बढ़ा सकता हूं लेकिन यह तभी होगा जब तुम चाहोगी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.शैलेजा समझ नहीं पाई और उसने कहा कि जी सर मैं ऐसा ही चाहती हूं, मैंने पूछा की क्या तुम मेरी बातों को आंख बंद करके फॉलो कर सकती हो क्योंकि अगर तुम एक बार मुझसे वादा करती हो कि मेरी बातों को मानेगी और

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