तीन का मज़ा: एक भारतीय अनुभव

मैंने कहा कि मुझसे अब उठा ही नहीं जा रहा है. जिसको देखकर में सोचती थी कि मेरा पति भी मुझसे इस तरह से हमेशा लड़ता झगड़ता रहेगा? BFSex मेरा शरीर सांवला है और उस पर वो मलमल की कुरती जिससे मेरा पूरा शरीर दिखाई दे रहा था और अब उसने मुझसे आँखे चुराई.तो मैंने कहा कि अरे तुम इतना शरमा क्यों रही हो. फिर कुछ देर बाद सोनी अपना मुँह धोकर कमरे में आई और बोली कि दीदी यह तूफान कैसा था? अब मेरी जांघों की मालिश करते करते उसने मेरे दोनों पैरों को अलग करके मेरी चूत पर अपना एक हाथ रखकर चूत के दाने को छेड़ दिया.जिसकी वजह से में अचानक से तड़प उठी और मैंने उससे बहुत बार कहना चाहा कि तू यह सब क्या कर रही है? बस फिर क्या था? मुझे इस पर पढ़ने के लिए बहुत अच्छी अच्छी कहानियाँ मिलती है और वो मुझे अच्छी भी लगती है. उस समय करीब सुबह के दस बजे थे और उसके पास हमेशा मेरे घर की एक चाबी रहती थी इसलिए वो दरवाजा खोलकर अंदर आ गई.और फिर वो अंदर आकर चुपचाप अपना काम करने लगी और जब मेरी आंख खुली तो में समझ गई कि वो आ चुकी है.

तीन का मज़ा: एक भारतीय अनुभव

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