ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.खाना खाने का टाइम हो गया तो हम दोनों टेबल पर खाना निकाले और खाना खाते हुए पेग बना बना कर पीने लगे। खाते पीते करीब ग्यारह बज गए थे। अब उन्होंने अपनी सेक्स लाइफ पर बात करने लगे कहने लगे की मेरी वाइफ मुझे संतुष्ट नहीं कर पाती है सेक्स में वो बहुत जल्दी थक जाती है।और मेरे साथ उल्टा था मेरा पति जल्दी थक जाता है। तो मैंने कहा मेरा पति जल्दी थक जाता है जब मैं गरम होती हूँ तब तक वो ठंढा हो जाता है। ये सुनकर अशोक जी चहक उठे बोले बताइये हम दोनों के साथ एक जैसी समस्या है।फिर उन्होंने पेग बनाया और हम दोनों ने एक एक पेग फिर लिए। मुझे नशा आने लगा था एक बार जैसी ही उठी पानी लेने के लिए मैं लड़खड़ा गयी और उन्होंने मुझे अपनी बाहों में थाम लिया। मैं भी उनके कंधे पर अपना सर रख दी उन्हों मुझे सहलाया तो मेरे तन बदन में आग लग गयी।मैंने जब उनकी तरफ देखा तो उनके होठ हिल रहे थे और आँखे मेरे होठ को घूर रही थी। मैंने उनके होठ पर किस कर लिया। इतना होते ही हम दोनों का प्यार परवान चढ़ गया। मैं पानी पी और उन्होंने अपनी बाहों में ले लिया.वो मेरे पीठ को सहलाते हुए















