में अपने हाथ को थोड़ा आगे की तरफ ले गया और उनकी चूत के बीच में डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन तभी अचानक से दीदी ने करवट ले ली और में डरकर सो गया.और फिर दो दिन तक ऐसा ही चला और एक दिन दीदी ने मुझे पकड़ लिया, लेकिन फिर भी उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा. में अपने हाथ को थोड़ा आगे की तरफ ले गया और उनकी चूत के बीच में डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन तभी अचानक से दीदी ने करवट ले ली और में डरकर सो गया.और फिर दो दिन तक ऐसा ही चला और एक दिन दीदी ने मुझे पकड़ लिया, लेकिन फिर भी उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा. XXX Hindi फिर एक रात को मैंने दीदी से कहा कि दीदी मुझे आपका दूध पीना है तो वो बोली कि मुझे दूध नहीं आता. और में यहाँ पर तेरे सामने पेशाब करूं? वो बाथरूम के अंदर चली गयी और में बाहर धीरे से वहां पर जाकर रुक गया.तभी मेरी नज़र नीचे दरवाजे पर गई जहाँ पर थोड़ी सी खुली जगह थी और मैंने वहां से अंदर देखा तो में एकदम चकित होकर देखता ही रह गया, क्योंकि दीदी नीचे बैठकर पेशाब कर रही थी और उनकी वो गोरी गोरी चूत और हल्के हल्के बाल में तो एकदम दीवाना ही हो गया था, क्योंकि मैंने ऐसी गुलाबी चूत















