कीप इट अप!! दोस्तों रक्षाबंधन आने वाला था और एक हफ्ते पहले ही मेरी चाची का फोन आ गया था। Rakshabandhan Chudai“बेटा अजीत… याद से रक्षाबंधन वाले दिन घर पर सुबह ९ बजे तक आ जाना। देखो भूलना मत!!” मेरी खुशमिजाज चाची बोली.“ठीक है चाची!! XXXBF अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…”करने लगी।मुझे उसकी सिसकियाँ बहुत मीठी लग रही थी इसलिए मैंने तेज तेज अपनी २ उँगलियों से उसका गुलाबी और भरा हुआ भोसड़ा फेट रहा था। निमकी बेकाबू और बेताब हुई जा रही थी। मैं किसी तरह की जल्दीबाजी नही दिखाई और तेज तेज उसकी चूत में ऊँगली करता रहा।मेरी मेहनत रंग लाई और अब मेरी चचेरी बहन की बुर तर, नम और गीली हो गयी थी। निमकी की चूत की फांकें बहुत लाल लाल थी। मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और उसे चोदने लगा। निमकी नंबर १ क्वालिटी की माल थी। वो मेरे चेहरे को सहला रही थी, मैं उसको धीमे धीमे ले रहा था।उधर मेरी चाची कूलर चलाकर सो रही थी। इधर निमकी संग मैं चुदाई का प्रोग्राम कर रहा था। चुदते चुदते निमकी का मुँह खुल जाता था और बड़ा अजीब चेहरा बन जाता था। मेरे धक्के धीरे धीरे तेज और तेज होने लगे। वो अपने होठ दांतों से चबा रही थी जिसमे वो बेहद चुदासी और सेक्सी लग रही थी। मेरी कमर नाच रही थी















