भारत की कामुक प्रेमलीला

बस उसका निकल गया तो काम खतम, और वो अपनी सफाई भी नहीं रखते हैं। जिससे मुझे उनका लण्ड लेना पसंद नहीं है।वैसे उसने कभी मुझे दिया भी नहीं है मुँह में लेने को। और मैंने कभी बोला भी नहीं…”मैं- भाभी, गाँव में ऐसा ही होता है, लोगों को सेक्स की पूरी जानकारी नहीं रहती। और भैया ठहरे किसान, उनको बस फसल उगाना मालूम है…”जिससे जूही हँस पड़ी, और बोली- “चलो अब कपड़े पहन के बाहर सो जाओ, कहीं तुम्हारी चाची जाग ना जाएं…”फिर मैंने उसे कपड़े पहनाए और खुद के कपड़े पहने।तभी वो बोली- “रुको, मैं तुम्हारे लिए दूध लाती हूँ…”मैं- “उसकी क्या जरूरत है? BFSex आपके पास भी तो है…”जूही हँसती हुई बोली- “ठीक है, यही पी लो…”क्योंकी उनके चूचे वापस दूध से भर गये थे।फिर मैंने दस मिनट उसका दूध पिया, फिर उसे किस करके मैं सोने चला गया। रात को करीब तीन बजे मैं जूही भाभी को चोदकर मैं सोया था। थक भी गया था, मेरी आँख सुबह सीधे 9:00 बजे ही खुली। तब तक मेरे दोनों भाई खेत पे चले गये थे। मेरे बड़े भाई तो अभी शहर से आए नहीं थे, शायद आज आने वाले थे।अपने दोस्तों के साथ शेयर करे-

भारत की कामुक प्रेमलीला

Related videos