ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.मैंने कहा- ओये… थप्पड़ मारूँगी अगर उसमें डाला तो!वो हंसने लगा, बोला- अभी नहीं डाल रहा, डर मत!और उसने अपने हाथ से लंड पकड़ के मेरी चुत के छेद पे रखा और आगे हाथ रख के झुक गया। अब उसने लंड को मेरी चूत में धकेलना शुरू किया। मेरे मुंह से बस लंबी सी आआआऊऊऊ निकली और लंड चूत में चला गया।उसने फिर लंड ज़ोर ज़ोर के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया और मैं आगे पीछे हिलने लगी उसके बेड के सॉफ्ट गद्दे में। मुझे बहुत मजा आ रहा था इस पोजीशन में, मैं शीशे में उसको देख रही थी और खुद को धक्के खाते हुए।मैंने चुदते हुए उससे पूछा- इस बेड पे कितनी लड़कियों को चोदा है?वो मुस्कुराने लगा और कहा- तुम्हें मिला के 14 लड़कियां।मैंने कहा- हम्म… तभी इतनी देर तक चोदते हो।उसने कहा- हाँ! BF XXX फ्रेंड्स आपने मेरी कहानी के पिछले भाग हॉस्टल की लड़की पैसे लेकर चुदवाने लगी 1 में पढ़ा था की, मैं हॉस्टल में रहकर पढाई करती थी. कोई नहीं, अभी ऐसे ही रहो, दर्द कम हो जाने दो थोड़ा सा।फिर लगभग आधे मिनट बाद मैंने कहा- अब ठीक है, अब लगाओ धक्के। उसने अपना लंड बिना पूरा बाहर निकाले ही धक्के मारना शुरू किया और इधर मुझे मजा आना शुरू हुआ। मैं और निमेश एक















