माधरचोद , मै कही भागी थोड़े जा रही हु ……..आआह्ह्ह्हह.”मैंने उनकी बात सुनकर अनसुनी कर दी और तेज -तेज धक्के लगाने लगा।” हरामजादे………. BFSex मार………. पेल……आआह्ह्ह्हह.”मै दामिनी के ख्यालो में माँ की गांड का भुर्ता बना रहा था। करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद मै झाड़ गया। मैंने 2-3 झटके और मारकर पूरा माल माँ की गांड में ही निकाल दिया। फिर मैंने अपना लण्ड माँ की गांड से निकाला उनकी गांड के छेद से वीर्य की धार बहने लगी जो उनके चुत तसे होते हुवे बिस्तर पर गिरने लगा। मैंने जैसे उनके कमर को छोड़ा वो बिस्तर पर लुढ़क गयी पेट के बल। मै उनके बगल में जाकर लेट गया।माँ मेरी तरफ देखकर बोली ” मजा आया बेटा.”मैंने कहा “हां, और आपको.”माँ ” मुझे भी बहुत मजा आया , तूने आज मेरी हालत ख़राब कर दी पर उसी में ज्यादा मजा आता है.”मैं फिर दामिनी के गांड के बारे में सोचने लगा की कैसे उसकी गांड ली जाए क्युकी अंकल तो जॉब पर चले जाते है पर आंटी तो उस समय घर पर ही रहती है। फिर मेरे शैतानी दिमाग में आईडिया आया। क्यों ना माँ की हेल्प ली जाए इसमें।मै ” माँ , तुम मेरी हेल्प करोगी स्नेहा आंटी की लेने में.”माँ” कैसी मदद चाहिए तुझे.”मै उन्हें अपना प्लान बताया। मैंने कहा की आप उन्हें अपने साथ बैठाकर सेक्स की















