मैडम सिस्कार दी।मैं उनकी बुर में अपनी लम्बी 2 उँगलियाँ करने लगा। अपनी उँगलियों से मैं उनकी बुर चोदने लगा। मैडम बेकाबू होने लगी। मैंने उँगलियों ने उनके चोदन की रफ़्तार बढ़ा दी। और किसी मशीन की तरह हपर हपर उनकी बुर में अपनी उँगलियों को दौड़ाने लगा। मैडम के गुलाबी सुर्ख भोसड़े में आग लग गयी। आआह। ऊऊन्न। सीईई वो बेहद गर्म सांसे भरने लगी।मैडम आप झांटे नही बनाती हो? मैंने पुछा.मैडम से जवाब नही दिया और मजे इस अपनी चूत में ऊँगली करवाती रही। मेरे लण्ड से पानी चुने लगा। मैंने माधुरी मिस के बड़े 2 मम्मो को चोद दिया। उनकी दोनों टांगों को 180 डिग्री पर खोल दिया। अब लग रहा था की मैडम चुदाई का मजा लेने वाली है।मैंने अपने सुपाड़े को मैडम के गुलाबी भोसड़े पर रखा। और जोर का धक्का दिया। लण्ड उनकी चमड़े की बुर में धँस गया। मेरा नया लण्ड छिल गया। मैंने माधुरी मिस को आखिर में पेलना सुरु किया। मैं उनको दनादन चोदने लगा। जिस टेबल पर मैं मैडम को दनादन चोद रहा था, वो टेबल मैडम ने ही हम बब्च्चों के लिए बनवायी थी।मैडम की टेबल पर ही मैं उनके ले रहा था। मैं जोर 2 के गहरे धक्के दे रहा था। मैडम को आज एक 15 साल के नए लण्ड को खाने का सुनहरा मौका मिला था। मैंने आधे घण्टे















