सुहागरात की रात पति ने नेहा की गांड़ पर जमकर थप्पड़ मारे और फिर उसकी चूत को रगड़-रगड़कर सन्तुष्ट किया।

मैं दूध ले आया हूँ!!” मैंने कहा.वो इकदम से डर गयी। मैंने बाथरूम का दरवाजा खोल दिया। इशिका जल्दी से बाथटब से खड़ी हो गयी और बाहर आ गयी। उसने एक टावेल जल्दी से खींची और अपने सीने को छुपा लिया।“लालू भैया!! XXX BF तुम मुझे कसके चोद लो। अगर तुम मुझे रोज रात में आकर चोद लिया करो तो मैं ये आरटीफीशियल डिलडो से क्यू काम चलाऊं। लालू भैया! आपने क्या देखा???” वो घबराकर बोली.“ ….यही की तुम अपनी चूत में डिलडो डालकर मजा ले रही थी” मैंने कहा.“लालू भैया आप वादा करो की इसके बारे में पापा मम्मी को नही बताओगे” इशिका बोली.“ठीक है मैं नही बताऊंगा पर इसके बदले मुझे क्या मिलेगा” मैंने कहा.“लालू भैया!! आपने क्या देखा???” वो घबराकर बोली.“ ….यही की तुम अपनी चूत में डिलडो डालकर मजा ले रही थी” मैंने कहा.“लालू भैया आप वादा करो की इसके बारे में पापा मम्मी को नही बताओगे” इशिका बोली.“ठीक है मैं नही बताऊंगा पर इसके बदले मुझे क्या मिलेगा” मैंने कहा.“लालू भैया!! फ्री कुंवारी चुदाई कहानी मेरे मालिक एक बड़े सोने चांदी के सेठ थे। उनकी गोरखपुर में बहुत बड़ी आभूषण की दुकान है। मैं उनके बंगले पर पिछले 5 सालो ने नौकर था। घर का सब तरह का काम मैं करता था। झाड़ू पोछा, साफ सफाई, बगीचे की साफ़ सफाई, कार धोना सब मेरे ही जिम्मे था। धीरे धीरे

सुहागरात की रात पति ने नेहा की गांड़ पर जमकर थप्पड़ मारे और फिर उसकी चूत को रगड़-रगड़कर सन्तुष्ट किया।

Related videos