मेरा शरीर सांवला है और उस पर वो मलमल की कुरती जिससे मेरा पूरा शरीर दिखाई दे रहा था और अब उसने मुझसे आँखे चुराई.तो मैंने कहा कि अरे तुम इतना शरमा क्यों रही हो. फिर कुछ देर बाद सोनी अपना मुँह धोकर कमरे में आई और बोली कि दीदी यह तूफान कैसा था? XXX Hindi मुझे मेरी वहां की मालकिन ने यह सब सिखाया था.मैंने उससे कहा कि वाह यार तू तो बहुत कमाल की चीज़ है चल फिर तू आज से ही से मेरी मालिश शूरू कर दे, मेरे नहाने से पहले तू मेरी मालिश कर देना क्योंकि नहाने के बाद ही में नाश्ता करूँगी. में तब तक स्वर्ग से वापस आ गई थी और मैंने महसूस किया कि मेरी सारी उर्जा उस चिपचिपे पानी के साथ बाहर निकल चुकी थी और अब मेरा बस दोनों आँखे बंद किए हुए पड़े रहने का जी कर रहा था. फिर कुछ देर बाद सोनी अपना मुँह धोकर कमरे में आई और बोली कि दीदी यह तूफान कैसा था? उस समय करीब सुबह के दस बजे थे और उसके पास हमेशा मेरे घर की एक चाबी रहती थी इसलिए वो दरवाजा खोलकर अंदर आ गई.और फिर वो अंदर आकर चुपचाप अपना काम करने लगी और जब मेरी आंख खुली तो में समझ गई कि वो आ चुकी है.















