मोहिनी के मस्त उरोजों को धीरे-धीरे चूसते हुए

और उपर छ्होटा सा क्लाइटॉरिस( दाना) .नर लंड से इस तरह धक्के देता है कि जिस से मादा के दाने पर रगड़ पॅड सके. BFSex उसके मुँह से घुटि घुटि आवाज़ें आ रही थी. मीना बुदबुदा रही थी ” हया मेरे राजा भाईया , मैड्म ने सही कहा था , अब मे स्वर्ग में गोते लगा रही हू ,ओई…ओई…..ऐसे ही..और ज़ोर से “लंड का मूल ज़्यादा मोटा होने के कारण चूत के लहसुन को हथोदे की तरह कूट रहा था.दाने पर लंड की रगड़ से आनंद के मारे मीना के चूतड़ अपने आप ही तेज़ी से उच्छाल उच्छाल कर जवाब दे रहे थे. मेरा मन वहाँ से हटने को नहीं कर रहा था.उन्हें देख कर मैने भी अपना गाउन उतार दिया और नंगी हो गयी. उई मा….ऊऊहह.. उयू उयू ओएई.””कैसा मज़ा आ रहा है टाँगे और उपर उठा लो हाँ …ये ठीक है …”उसने अपने आप को और सही पोज़िशन में लाते हुए धक्के तेज कर दिए तेज धक्कों से लंड का गधे जैसा मोटा सूपड़ा मीना के लहसुन से लेकर चूत को अंदर तक रगड़ता हुया नाभि से टकराता तो नाभि उपर की ओर खींच जाती थी. ईसा..स.स.स. मीना के होंटो की ‘पुच-पुच’ सुन कर और राजू का जवान लंड देख कर मेरी चूत में पानी उतरने लगा.

मोहिनी के मस्त उरोजों को धीरे-धीरे चूसते हुए

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