बीच मे जब प्रिया की बुर मे जीभ करते करते कुसुम की जीभ दुखने लगी और वह रुक गयी तो प्रिया ने उसे नीचे पटककर अपनी जांघें जकाड़कर उसके सिर को पकड़ लिया और ज़बरदस्ती अपनी बुर उसके मूह पर रगड़ने लगी.आख़िर रात को जब कुसुम पूरी लास्ट हो गयी और सिमटकर सोने की कोशिश करने लगी तो प्रिया ने अपना आखरी तीर छोड़ा. XXX BF प्रिया भी पूरी घाघ थी, जान बूझ कर कुसुम से दूर ही बैठी थी कि थोड़ा तड़पेगी तो और अच्छे से फँसेगी. पैंतीस कप सी. प्रिया के मासल उरोज अब ब्रा से आज़ाद होकर दो बड़े पपीतों जैसे लटक रहे थे. उसकी निगाह फिर से प्रिया के पूरे बदन पर घूमने लगी. खुद उसने अपनी एक टाँग उठायि और कुसुम के सिर को अपनी बुर से सटा दिया. हल्के गुलाबी लिपस्टिक भी लगा ली. अपनी वासना पूर्ति मे प्रिया ने कोई कमी नही होने दी.बराबर अपनी बुर कुसुम से चुसवाई. पैंटी मे से कुसुम की फूली मुलायम बुर का गुदाज मास उसके हाथ को लग रहा था. ओह.. प्रिया ने अपने हाथ कुसुम के स्तनों पर से हट लिए और उसे बाहों मे कस कर भरकर कुसुम के चुम्मे पर चुम्मे लेने लगी.“चल आराम से पलंग पर बैठते हैं” दो मिनिट बाद प्रिया ने कहा.















