वो बस मोन कर रही थी और अपने हाथ से वो खुद ही अपनी चूचियों को दबा रही थी, मैं झटके पे झटके दे रहा था, वो भी गांड उठा उठा के चढ़वा रही थी, मैंने उसको चोदते रहा और वो भी चुद्वाते रही, फिर वो झड़ गयी और मैं भी एक गहरी सांस लेते हुए सारा माल उसके चूत में डाल दिया.फिर वो मुझे प्यार से चुमी और बोली कैसा लगा, मैंने कहा बहुत अच्छा लगा, फिर वो सारा काम करके चली गयी। दूसरे दिन मैं उसका वेसरबी से इंतज़ार कर रहा था, अब तो रोज रोज ही ये चलता पर वो नहीं आई, उसके बदले उसकी बेटी आई, मैंने पूछा की माँ नहीं आई तो बोली आज नहीं आएगी क्यों की उनका तबियत ठीक नहीं है मैं आज काम करुँगी, ये लड़की अपनी माँ से भी ज्यादा खूबसूरत थी लग ही नहीं रही थी। की किसी कामबाली की बेटी हो, ना था नैना, फिर बात यूं आगे बढ़ी की आज वो चुदवाने लगी, नैना तो और भी वाइल्ड तरीके से चुदवाई, आप ये कहानी अगली स्टोरी में पढ़ेंगे.अपने दोस्तों के साथ शेयर करे-















