महात्मा गांधी रोड पर उसका और मेरा दोनों का डिग्री कॉलेज था. वो मेरे उपर ही थी.कुछ देर बाद वो फिर से मेरे लौड़े पर सीधा बैठ गयी और नीचे से जोर जोर से उपर की ओर धक्के मारने लगा. BFSex मैंने उसके सिलेटी सूट की कॉलेज ड्रेस के उपर से ही उसके छोटे छोटे मम्मों को दबाता रहा. भाई जिंदगी का मजा आ गया मुझे. मैंने डिक्सी स्कॉट वाला अनडरविअर भी निकाल दिया. मैं निशा को ले रहा था. फिर मैं आउट हो गया.अपने दोस्तों के साथ शेयर करे- जिस लड़की को सोच सोचके मैं रोज मुठ मारता था, आज सच में उसकी चूत मारने को मिल गयी थी.मैं जीभ से निशा के छाती और उनकी काली काली खड़ी हो चुकी निपल्स से खेलता रहा. मैं तो हमेशा उस पर मोहित रहा था. उसने ब्रा पहन रखी थी. मैं मजे से उसको चोद रहा था. काली काली घुंघराली घुंघराली झांटे मुझको दिखी. मैंने उसको अपने से सट कर ही लिटा लिया.मैंने एक बार और उसके मस्त मस्त पुस्टांगों को फिर से सहलाया. मैंने निकाल दी. बिल्कुल उसी अंदाज में मैं उसके होठ पीने लगा. घंटों हम दूसरे से लिपटा झपटी करते रहे. मैं मुँह से उसके दूध को पीता रहा, तो हाथ से उसके दूसरे मम्मो को दबाता रहा. इस पार्क में बहुत से जोड़े आकर चुदाई करते थे, इसलिए मुझे कोई
मजदूरनी की गर्म देह पर खेत में जंगी मजा
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