भीगी चूतों के लिए इंडिया समर की लत – कंपाइलेशन भाग 2

मैं मेरे मन में खड़े हुए इन सारे सवालों से परेशान थी। दिन में ऑफिस में मेरा मन नहीं लगा। मैं शाम का बेसब्री से इंतजार करने लगी। दोस्तों कहानी अभी बाकि है, अभी तो मेरी चुदाई भी बाकि है. XXX BF कभी सोचा तुमने?” तब मेरे पति ने मेरी और सहमे हुए देखा और उसके मन की बात उसके मुंह से निकल ही पड़ी।वह बोला, “मुझे क्या पता तुम भी किसी से चुदवा नहीं रही हो? उसकी गलती ना होने पर मेरे इतने डाँटने के बाद भी वह माफ़ी माँग रहा था? उसको चोदने के लिए एक औरत की चूत चाहिए थी।और मेरा दर्द क्या था? क्या वह मुझसे नाराज था या वह मुझ पर अपना गुस्सा निकाल रहा था? अरे! यह दुनिया!! तुम्हारा दफ्तर तो लड़कियों से भरा पड़ा है।”मैं कहनी वाली थी की जब तुमने कह ही दिया है तो अब तो मैं जरूर चक्कर चलाऊंगी। पर मैं चुप रही। मैंने तय किया की मैं जरूर चक्कर चलाऊंगी और फिर अपने पति को माकूल जवाब दूंगी की ना सिर्फ मेरा चक्कर चल रहा था पर मैं उससे चुदवा भी रही थी। मरे पति की उस बात ने मेरी जिंदगी पलट कर रख दी।उस रात तक मैं व्याह के पवित्र वचनों में पूरा विश्वास रखती थी। मैं मानती थी की पर पुरुष से चोरी छुपकर सेक्स करना एक पाप है और उससे

भीगी चूतों के लिए इंडिया समर की लत – कंपाइलेशन भाग 2

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