मैं बहुत देर तक गौर से देखता रहा और नींद आने पर उनके पास ही डबल बेड पर सो गया..रात में, लगभग 2-3 बजे। मम्मी के हल्के से करवट लेने पर, मेरी आँख खुल गई और मैंने देखा की मम्मी अब चित सो रही थीं। उनकी गहरी नींद में होने का पक्का कर, मैंने उनका टी शर्ट थोड़ा ऊपर किया और उनकी ब्रा भी ऊपर कर के, उनके मस्त रस भरे स्तनों के दर्शन करने लग गया..उनकी निपल्स भूरे रंग की थीं और मैं उनको देख कर पागल सा हो गया और मैंने तत्काल बिना देर किए, आहिस्ता से उनको अपने मुँह में ले लिया और धीरे – धीरे उनको चूसने लगा.. XXXBF जैसे तोलिये की आड़ में, या पीठ कर के..जिस कारण, मैं बड़ी सफाई से निगाहें चुरा कर उन दोनों के मांसल बदन का भरपूर रसस्वादन करता था… इसका एक कारण, यह हो सकता है की मैं बचपन से ही काफ़ी सीधा साधा, भोला भंडारी सा दिखता था.. जोकि, उस समय कोई 18-19 साल की थी..उसका रूप सौंदर्य भी देखते ही बनता था..















