मैं भी तब तक अपने बिस्तर पर आ गया था और सोच रहा था कि ये क्या हुआ. XXXBF तत्पश्चात भी वे दोनों काफी देर तक लिपटे रहे.मुझे यह पता नहीं चल पाया कि तब भी वे एक दूसरे में समाए हुए थे या अलग हो चुके थे. एक बजे के बाद बुलाए हुए मर्द के साथ रात नहीं गुजारती और हर हाल में मेरे साथ आकर सो जाती है.वह मर्द बहुत रिक्वेस्ट भी करते हैं कि पूरी रात यहीं सो जाओ, पर वह यह कह कर वापस आ जाती है कि हो गया बहुत, मुझे अब नींद आ रही है. मतलब लंड चूसे, गांड मरवाए, थ्रीसम सेक्स करे. गायत्री एक काम करो, हम तो वो काम कर नहीं सकते. मेरी बीवी अब किसी और का बीज अपनी कोख में पाले हुई थी.दोस्तो, आपको मेरी ये सच्ची कहानी पर क्या कहना है. लाइट जली हुयी थी और दस-पन्द्रह मिनट वो दोनों धीमी आवाज में इधर उधर की बातें करते रहे.साथ साथ वो आदमी पूरे अधिकार के साथ मेरी पत्नी की चूचियों को भी मसल रहा था. और हमारी लव मैरिज हुई है। यह कहानी शत प्रतिशत सत्य है. पत्नी गायत्री उसके लंड को पकड़ने की कोशिश कर रही थी, पर उसका हाथ वहां तक नहीं पहुंच रहा था. मुझे बड़ा अच्छा लगा, पर ये ख़ुशी ज्यादा देर नहीं रही.
भारत जुजू की पहली पोर्न फिल्म के पर्दे के पीछे का कामुक सफर
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