दोस्तों हुआ यह कि वो समझाते समझाते अपना हाथ मेरी पीठ पर सहलाने लगे जब वह मेरा पीठ सहला रहे थे तो मुझे लग रहा था कि किसी मर्द कहा था भले मेरा ससुर है क्यों नहीं थे। पर उनका हाथ सहलाना कुछ कुछ बदल सा गया था। जैसे ही मैं उनको देखने लगी वह मुझे देखने लगे धीरे-धीरे वह मेरा गाल छूने लगे मेरे छाती को छूने लगे उस समय घर में देवर जी नहीं थे क्योंकि वो ऑफिस गए थे ससुर मेरे रात में ऑफिस जाते हैं उनके नाइट ड्यूटी लगते हैं। उसके बाद मेरे दिल को छूने लगे उसको छुते छुते अपना चेहरा मेरे करीब ले आए अपना होंठ मेरे करीब ले आए और मेरे गाल पर चुम्मा लेने लगे मैं सहम गई मैं बोली ससुर जी यह क्या कर रहे हैं आप मैं आपकी बहू हु.तो वो बोले मुझे पता है एक जवान औरत को क्या चाहिए एक लड़की जो ज्यादा दिन तक अपने पति के साथ नहीं रही है उसे क्या चाहिए देखो बेटी शारीरिक संबंध किसी से भी बना लो चलता है नहीं बनाओगे तुम्हारा पति याद आएगा। मुझे भी यही लगा पति का कुछ भरोसा नहीं कब आता है नहीं आता है।अपनी ज़िंदगी क्यों खराब करूँ। रही बात ससुर से रिश्ते की तो जब वो मुझे सब कुछ दे रहा है तो चुदने में मुझे क्या जाता है।










