फिर वो धीरे धीरे शीतल के चुच्चों को दबाने लगे. वो सारा दिन बस अखबार पढ़ा करते थे.क्यूंकि पुरानी सोच होने के कारण वो ना तो फसबुक करते थे, और ना ही वाट्सअप. BFSex कुछ पल के लिए तो पाण्डेय जी कोमा में चले गए. आज उन्होंने फिटिंग वाला मस्त छैल छबीला वाला शर्ट पैंट ही पहन रखा था.उन्होंने शीतल को कसके पकड़ लिया और उसके होठ पर कई चुम्मा ले लिया. पर लोक लाज और समाज के डर से वो डरते भी थी.एक ५० साल का उम्रदराज आदमी आखिर २० २२ साल की जवान लौंडिया से कैसे प्यार कर सकता है. ये क्या कर रहें हो?? इनकी मम्मो को देखकर उन्होंने जम्हाई लेना अब बंद कर दिया था.वासना और चुदास रमाशंकर पाण्डेय जी की आँखों में उतर आई. पाण्डेय जी ने शीतल का साड़ी का पल्लू हटा दिया तो उसके ब्लौस से उसके २ बड़े बड़े कबूतर झाकने लगे.बड़े बड़े कसे कसे गोल गोल उभारों को देखकर पाण्डेय जी गदगद हो गए. उसको विश्वास नही हो रहा था की इतना बड़ा प्रिसिपल जो की एक ब्राह्मण भी था उस जैसी जमादार का कैसे चुम्मा ले रहा है.साहब! बस मैं जानता हूँ की मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ!! वो जवान हो चुकी थी और चुदने को तैयार थी. वो सारा दिन बस अखबार पढ़ा करते थे.क्यूंकि पुरानी सोच होने के कारण वो















